महाभारतम् — 6.45.44
Original
Segmented
स विस्फार्य महत् चापम् कार्तस्वर-विभूषितम् अभ्यधावत् जिघांसन् वै शल्यम् मद्र-अधिपम् बली
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विस्फार्य | विस्फारय् | pos=vi |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
चापम् | चाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कार्तस्वर | कार्तस्वर | pos=n,comp=y |
विभूषितम् | विभूषय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
अभ्यधावत् | अभिधाव् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
जिघांसन् | जिघांस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वै | वै | pos=i |
शल्यम् | शल्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
अधिपम् | अधिप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बली | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |