महाभारतम् — 6.44.1
Original
Segmented
संजय उवाच राजञ् शत-सहस्राणि तत्र तत्र तदा तदा निर्मर्यादम् प्रयुद्धानि तत् ते वक्ष्यामि भारत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शत | शत | pos=n,comp=y |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
निर्मर्यादम् | निर्मर्याद | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रयुद्धानि | प्रयुद्ध | pos=n,g=n,c=1,n=p |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |