महाभारतम् — 6.3.25
Original
Segmented
संवत्सर-स्थायिनः च ग्रहौ प्रज्वलितौ उभौ विशाखयोः समीप-स्थौ बृहस्पति-शनैश्चरौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संवत्सर | संवत्सर | pos=n,comp=y |
स्थायिनः | स्थायिन् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
च | च | pos=i |
ग्रहौ | ग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=d |
प्रज्वलितौ | प्रज्वल् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
विशाखयोः | विशाखा | pos=n,g=f,c=6,n=d |
समीप | समीप | pos=n,comp=y |
स्थौ | स्थ | pos=a,g=m,c=1,n=d |
बृहस्पति | बृहस्पति | pos=n,comp=y |
शनैश्चरौ | शनैश्चर | pos=n,g=m,c=1,n=d |