महाभारतम् — 6.2.25
Original
Segmented
अन्तरिक्षे वराहस्य वृषदंशस्य च उभयोः प्रणादम् युध्यतो रात्रौ रौद्रम् नित्यम् प्रलक्षये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्तरिक्षे | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वराहस्य | वराह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वृषदंशस्य | वृषदंश | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=6,n=d |
प्रणादम् | प्रणाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
युध्यतो | युध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
रौद्रम् | रौद्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
प्रलक्षये | प्रलक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |