महाभारतम् — 6.117.29
Original
Segmented
भीष्म उवाच न चेद् शक्यम् अथ उत्स्रष्टुम् वैरम् एतत् सु दारुणम् अनुजानामि कर्ण त्वाम् युध्यस्व स्वर्ग-काम्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
चेद् | चेद् | pos=i |
शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
उत्स्रष्टुम् | उत्सृज् | pos=vi |
वैरम् | वैर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अनुजानामि | अनुज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
युध्यस्व | युध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |