महाभारतम् — 6.115.59
Original
Segmented
विधाय रक्षाम् भीष्मस्य सर्व एव समन्ततः वीराः स्व-शिबिरानि एव ध्यायन्तः परम-आतुराः निवेशाय अभ्युपागच्छन् सायाह्ने रुधिर-उक्षिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विधाय | विधा | pos=vi |
रक्षाम् | रक्षा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भीष्मस्य | भीष्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
वीराः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
शिबिरानि | शिबिर | pos=n,g=n,c=2,n=p |
एव | एव | pos=i |
ध्यायन्तः | ध्या | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
परम | परम | pos=a,comp=y |
आतुराः | आतुर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
निवेशाय | निवेश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
अभ्युपागच्छन् | अभ्युपगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
सायाह्ने | सायाह्न | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रुधिर | रुधिर | pos=n,comp=y |
उक्षिताः | उक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |