Original

तमब्रवीच्छांतनवः शिरो मे तात लम्बते ।उपधानं कुरुश्रेष्ठ फल्गुनोपनयस्व मे ।शयनस्यानुरूपं हि शीघ्रं वीर प्रयच्छ मे ॥ ३९ ॥

Segmented

तम् अब्रवीत् शांतनवः शिरो मे तात लम्बते उपधानम् कुरुश्रेष्ठ फल्गुनैः उपनयस्व मे शयनस्य अनुरूपम् हि शीघ्रम् वीर प्रयच्छ मे

Analysis

Word Lemma Parse
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
शांतनवः शांतनव pos=n,g=m,c=1,n=s
शिरो शिरस् pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
लम्बते लम्ब् pos=v,p=3,n=s,l=lat
उपधानम् उपधान pos=n,g=n,c=2,n=s
कुरुश्रेष्ठ कुरुश्रेष्ठ pos=n,g=m,c=8,n=s
फल्गुनैः फल्गुन pos=n,g=m,c=8,n=s
उपनयस्व उपनी pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
शयनस्य शयन pos=n,g=n,c=6,n=s
अनुरूपम् अनुरूप pos=a,g=n,c=2,n=s
हि हि pos=i
शीघ्रम् शीघ्रम् pos=i
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रयच्छ प्रयम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s