महाभारतम् — 6.114.110
Original
Segmented
प्राक्रोशन् प्रापतन् च अन्ये जग्मुः मोहम् तथा अपरे क्षत्रम् च अन्ये ऽभ्यनिन्दन्त भीष्मम् च एके ऽभ्यपूजयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्राक्रोशन् | प्रक्रुश् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
प्रापतन् | प्रपत् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
च | च | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जग्मुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
मोहम् | मोह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
अपरे | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्षत्रम् | क्षत्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽभ्यनिन्दन्त | अभिनिन्द् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एके | एक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽभ्यपूजयन् | अभिपूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |