महाभारतम् — 6.114.1
Original
Segmented
संजय उवाच एवम् ते पाण्डवाः सर्वे पुरस्कृत्य शिखण्डिनम् विव्यधुः समरे भीष्मम् परिवार्य समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
शिखण्डिनम् | शिखण्डिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विव्यधुः | व्यध् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिवार्य | परिवारय् | pos=vi |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |