Original

तान्यनीकान्यनीकेषु समसज्जन्त भारत ।तावकानां परेषां च दृष्ट्वा शांतनवं रणे ॥ ३४ ॥

Segmented

तानि अनीकानि अनीकेषु समसज्जन्त भारत तावकानाम् परेषाम् च दृष्ट्वा शांतनवम् रणे

Analysis

Word Lemma Parse
तानि तद् pos=n,g=n,c=1,n=p
अनीकानि अनीक pos=n,g=n,c=1,n=p
अनीकेषु अनीक pos=n,g=n,c=7,n=p
समसज्जन्त संसञ्ज् pos=v,p=3,n=p,l=lan
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s
तावकानाम् तावक pos=a,g=m,c=6,n=p
परेषाम् पर pos=n,g=m,c=6,n=p
pos=i
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
शांतनवम् शांतनव pos=n,g=m,c=2,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s