महाभारतम् — 6.111.11
Original
Segmented
स क्षिप्रम् वधम् अन्विच्छन्न् आत्मनो ऽभिमुखम् रणे न हन्याम् मानव-श्रेष्ठान् संग्रामे ऽभिमुखान् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
वधम् | वध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्विच्छन्न् | अन्विष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
आत्मनो | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ऽभिमुखम् | अभिमुख | pos=a,g=n,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
हन्याम् | हन् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
मानव | मानव | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठान् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
संग्रामे | संग्राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽभिमुखान् | अभिमुख | pos=a,g=m,c=2,n=p |
इति | इति | pos=i |