Original

तत्राद्भुतमपश्याम चित्ररूपं विशां पते ।दुःशासनरथं प्राप्तो यत्पार्थो नात्यवर्तत ॥ २६ ॥

Segmented

तत्र अद्भुतम् अपश्याम चित्र-रूपम् विशाम् पते दुःशासन-रथम् प्राप्तो यत् पार्थो न अत्यवर्तत

Analysis

Word Lemma Parse
तत्र तत्र pos=i
अद्भुतम् अद्भुत pos=n,g=n,c=2,n=s
अपश्याम पश् pos=v,p=1,n=p,l=lan
चित्र चित्र pos=a,comp=y
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
विशाम् विश् pos=n,g=f,c=6,n=p
पते पति pos=n,g=m,c=8,n=s
दुःशासन दुःशासन pos=n,comp=y
रथम् रथ pos=n,g=m,c=2,n=s
प्राप्तो प्राप् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
यत् यत् pos=i
पार्थो पार्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
अत्यवर्तत अतिवृत् pos=v,p=3,n=s,l=lan