महाभारतम् — 6.101.14
Original
Segmented
उत्पत् च तैः तत्र समुद्धूतम् महद् रजः दिवाकर-पथम् प्राप्य छादयामास भास्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्पत् | उत्पत् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
समुद्धूतम् | समुद्धू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
रजः | रजस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दिवाकर | दिवाकर | pos=n,comp=y |
पथम् | पथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
छादयामास | छादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भास्करम् | भास्कर | pos=n,g=m,c=2,n=s |