महाभारतम् — 6.101.1
Original
Segmented
संजय उवाच दृष्ट्वा भीष्मम् रणे क्रुद्धम् पाण्डवैः अभिसंवृतम् यथा मेघैः महा-राज तपान्ते दिवि भास्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्रुद्धम् | क्रुध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पाण्डवैः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अभिसंवृतम् | अभिसंवृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
यथा | यथा | pos=i |
मेघैः | मेघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तपान्ते | तपान्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दिवि | दिव् | pos=n,g=,c=7,n=s |
भास्करम् | भास्कर | pos=n,g=m,c=2,n=s |