Original

अण्डमेतज्जले न्यस्तं दीप्यमानमिव श्रिया ।आ प्रजानां निसर्गाद्वै नोद्भिद्यति न सर्पति ॥ १७ ॥

Segmented

अण्डम् एतत् जले न्यस्तम् दीप्यमानम् इव श्रिया प्रजानाम् निसर्गाद् वै न उद्भिद्यति न सर्पति

Analysis

Word Lemma Parse
अण्डम् अण्ड pos=n,g=n,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
जले जल pos=n,g=n,c=7,n=s
न्यस्तम् न्यस् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
दीप्यमानम् दीप् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
प्रजानाम् प्रजा pos=n,g=f,c=6,n=p
निसर्गाद् निसर्ग pos=n,g=m,c=5,n=s
वै वै pos=i
pos=i
उद्भिद्यति उद्भिद् pos=v,p=3,n=s,l=lat
pos=i
सर्पति सृप् pos=v,p=3,n=s,l=lat