Original

नारद उवाच ।एतत्तु नागलोकस्य नाभिस्थाने स्थितं पुरम् ।पातालमिति विख्यातं दैत्यदानवसेवितम् ॥ १ ॥

Segmented

नारद उवाच एतत् तु नाग-लोकस्य नाभि-स्थाने स्थितम् पुरम् पातालम् इति विख्यातम् दैत्य-दानव-सेवितम्

Analysis

Word Lemma Parse
नारद नारद pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
तु तु pos=i
नाग नाग pos=n,comp=y
लोकस्य लोक pos=n,g=m,c=6,n=s
नाभि नाभि pos=n,comp=y
स्थाने स्थान pos=n,g=n,c=7,n=s
स्थितम् स्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=1,n=s
पातालम् पाताल pos=n,g=n,c=1,n=s
इति इति pos=i
विख्यातम् विख्या pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
दैत्य दैत्य pos=n,comp=y
दानव दानव pos=n,comp=y
सेवितम् सेव् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part