Original

इत्यामन्त्र्य सुधर्मां स कृत्वा चाभिप्रदक्षिणम् ।कन्यां शिरस्युपाघ्राय प्रविवेश महीतलम् ॥ २१ ॥

Segmented

इति आमन्त्र्य सुधर्माम् स कृत्वा च अभिप्रदक्षिणम् कन्याम् शिरसि उपाघ्राय प्रविवेश मही-तलम्

Analysis

Word Lemma Parse
इति इति pos=i
आमन्त्र्य आमन्त्रय् pos=vi
सुधर्माम् सुधर्मा pos=n,g=f,c=2,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
pos=i
अभिप्रदक्षिणम् अभिप्रदक्षिणम् pos=i
कन्याम् कन्या pos=n,g=f,c=2,n=s
शिरसि शिरस् pos=n,g=n,c=7,n=s
उपाघ्राय उपाघ्रा pos=vi
प्रविवेश प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मही मही pos=n,comp=y
तलम् तल pos=n,g=m,c=2,n=s