महाभारतम् — 5.9.48
Original
Segmented
विजृम्भमाणस्य ततो वृत्रस्य आस्यात् अपावृतात् स्वानि अङ्गानि अभिसंक्षिप्य निष्क्रान्तो बलसूदनः ततः प्रभृति लोकेषु जृम्भिका प्राणि-संश्रिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विजृम्भमाणस्य | विजृम्भ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
ततो | ततस् | pos=i |
वृत्रस्य | वृत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आस्यात् | आस्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अपावृतात् | अपावृ | pos=va,g=n,c=5,n=s,f=part |
स्वानि | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=p |
अङ्गानि | अङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अभिसंक्षिप्य | अभिसंक्षिप् | pos=vi |
निष्क्रान्तो | निष्क्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
बलसूदनः | बलसूदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
प्रभृति | प्रभृति | pos=i |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
जृम्भिका | जृम्भिका | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्राणि | प्राणिन् | pos=n,comp=y |
संश्रिता | संश्रि | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |