महाभारतम् — 5.9.44
Original
Segmented
सो ऽवर्धत दिवम् स्तब्ध्वा सूर्य-वैश्वानर-उपमः किम् करोमि इति च उवाच कालसूर्य इव उदितः शक्रम् जहि इति च अपि उक्तवान् जगाम त्रिदिवम् ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽवर्धत | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
दिवम् | दिव् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्तब्ध्वा | स्तम्भ् | pos=vi |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
वैश्वानर | वैश्वानर | pos=n,comp=y |
उपमः | उपम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करोमि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कालसूर्य | कालसूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उदितः | उदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शक्रम् | शक्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
त्रिदिवम् | त्रिदिव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |