महाभारतम् — 5.9.38
Original
Segmented
यत् सुरापम् तु तस्य आसीत् वक्त्रम् त्रिशिरस् तदा कलविङ्का विनिष्पेतुः तेन अस्य भरत-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सुरापम् | सुराप | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रिशिरस् | त्रिशिरस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
कलविङ्का | कलविङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विनिष्पेतुः | विनिष्पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |