Original

त्यक्त्वा प्रियसुखे पार्था रुदन्तीमपहाय माम् ।अहार्षुश्च वनं यान्तः समूलं हृदयं मम ॥ ७ ॥

Segmented

त्यक्त्वा प्रिय-सुखे पार्था रुदन्तीम् अपहाय माम् अहार्षुः च वनम् यान्तः स मूलम् हृदयम् मम

Analysis

Word Lemma Parse
त्यक्त्वा त्यज् pos=vi
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
सुखे सुख pos=a,g=n,c=2,n=d
पार्था पार्थ pos=n,g=m,c=1,n=p
रुदन्तीम् रुद् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
अपहाय अपहा pos=vi
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
अहार्षुः हृ pos=v,p=3,n=p,l=lun
pos=i
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
यान्तः या pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
pos=i
मूलम् मूल pos=n,g=n,c=2,n=s
हृदयम् हृदय pos=n,g=n,c=2,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s