महाभारतम् — 5.75.15
Original
Segmented
श्वोभूते धृतराष्ट्रस्य समीपम् प्राप्य पाण्डव यतिष्ये प्रशमम् कर्तुम् त्वद्-अर्थम् अहापयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्वोभूते | श्वोभूत | pos=a,g=n,c=7,n=s |
धृतराष्ट्रस्य | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समीपम् | समीप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यतिष्ये | यत् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
प्रशमम् | प्रशम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अहापयन् | अहापयत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |