Original

भगवानुवाच ।भावं जिज्ञासमानोऽहं प्रणयादिदमब्रुवम् ।न चाक्षेपान्न पाण्डित्यान्न क्रोधान्न विवक्षया ॥ १ ॥

Segmented

भगवान् उवाच भावम् जिज्ञासमानो ऽहम् प्रणयाद् इदम् अब्रुवम् न च आक्षेपात् न पाण्डित्यात् न क्रोधात् न विवक्षया

Analysis

Word Lemma Parse
भगवान् भगवन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
भावम् भाव pos=n,g=m,c=2,n=s
जिज्ञासमानो जिज्ञास् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रणयाद् प्रणय pos=n,g=m,c=5,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रुवम् ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lan
pos=i
pos=i
आक्षेपात् आक्षेप pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
पाण्डित्यात् पाण्डित्य pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
क्रोधात् क्रोध pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
विवक्षया विवक्षा pos=n,g=f,c=3,n=s