Original

स दृष्ट्वा स्वानि कर्माणि कुले जन्म च भारत ।उत्तिष्ठस्व विषादं मा कृथा वीर स्थिरो भव ॥ २२ ॥

Segmented

स दृष्ट्वा स्वानि कर्माणि कुले जन्म च भारत उत्तिष्ठस्व विषादम् मा कृथा वीर स्थिरो भव

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
स्वानि स्व pos=a,g=n,c=2,n=p
कर्माणि कर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=p
कुले कुल pos=n,g=n,c=7,n=s
जन्म जन्मन् pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s
उत्तिष्ठस्व उत्था pos=v,p=2,n=s,l=lot
विषादम् विषाद pos=n,g=m,c=2,n=s
मा मा pos=i
कृथा कृ pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
स्थिरो स्थिर pos=a,g=m,c=1,n=s
भव भू pos=v,p=2,n=s,l=lot