Original

त्वां हि माधव संश्रित्य निर्भया मोहदर्पितम् ।धार्तराष्ट्रं सहामात्यं स्वमंशमनुयुञ्ज्महे ॥ ३ ॥

Segmented

त्वाम् हि माधव संश्रित्य निर्भया मोह-दर्पितम् धार्तराष्ट्रम् सह अमात्यम् स्वम् अंशम् अनुयुञ्ज्महे

Analysis

Word Lemma Parse
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
हि हि pos=i
माधव माधव pos=n,g=m,c=8,n=s
संश्रित्य संश्रि pos=vi
निर्भया निर्भय pos=a,g=m,c=1,n=p
मोह मोह pos=n,comp=y
दर्पितम् दर्पय् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
धार्तराष्ट्रम् धार्तराष्ट्र pos=n,g=m,c=2,n=s
सह सह pos=i
अमात्यम् अमात्य pos=n,g=m,c=2,n=s
स्वम् स्व pos=a,g=m,c=2,n=s
अंशम् अंश pos=n,g=m,c=2,n=s
अनुयुञ्ज्महे अनुयुज् pos=v,p=1,n=p,l=lat