महाभारतम् — 5.60.8
Original
Segmented
अथ चेत् काम-संयोगात् द्वेषाल् लोभात् च लक्ष्यते देवेषु देव-प्रामाण्यम् न एव तद् विक्रमिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
चेत् | चेद् | pos=i |
काम | काम | pos=n,comp=y |
संयोगात् | संयोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
द्वेषाल् | द्वेष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
लोभात् | लोभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
लक्ष्यते | लक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
देवेषु | देव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
देव | देव | pos=n,comp=y |
प्रामाण्यम् | प्रामाण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विक्रमिष्यति | विक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |