Original

ऋणमेतत्प्रवृद्धं मे हृदयान्नापसर्पति ।यद्गोविन्देति चुक्रोश कृष्णा मां दूरवासिनम् ॥ २१ ॥

Segmented

ऋणम् एतत् प्रवृद्धम् मे हृदयात् न अपसर्पति यद् गोविन्द इति चुक्रोश कृष्णा माम् दूर-वासिनम्

Analysis

Word Lemma Parse
ऋणम् ऋण pos=n,g=n,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रवृद्धम् प्रवृध् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
हृदयात् हृदय pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
अपसर्पति अपसृप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
यद् यत् pos=i
गोविन्द गोविन्द pos=n,g=m,c=8,n=s
इति इति pos=i
चुक्रोश क्रुश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कृष्णा कृष्णा pos=n,g=f,c=1,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
दूर दूर pos=a,comp=y
वासिनम् वासिन् pos=a,g=m,c=2,n=s