Original

धृतराष्ट्र उवाच ।यदब्रूतां महात्मानौ वासुदेवधनंजयौ ।तन्मे ब्रूहि महाप्राज्ञ शुश्रूषे वचनं तव ॥ १ ॥

Segmented

धृतराष्ट्र उवाच यद् अब्रूताम् महात्मानौ वासुदेव-धनंजयौ तत् मे ब्रूहि महा-प्राज्ञैः शुश्रूषे वचनम् तव

Analysis

Word Lemma Parse
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
यद् यद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रूताम् ब्रू pos=v,p=3,n=d,l=lan
महात्मानौ महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=d
वासुदेव वासुदेव pos=n,comp=y
धनंजयौ धनंजय pos=n,g=m,c=1,n=d
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=4,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
महा महत् pos=a,comp=y
प्राज्ञैः प्राज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
शुश्रूषे शुश्रूष् pos=v,p=1,n=s,l=lat
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s