महाभारतम् — 5.54.46
Original
Segmented
पितामहो हि गाङ्गेयः शंतनोः अधि भारत ब्रह्मर्षि-सदृशः जज्ञे देवैः अपि दुरुत्सहः पित्रा हि उक्तवान् प्रसन्नेन न अकामः त्वम् मरिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पितामहो | पितामह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
गाङ्गेयः | गाङ्गेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शंतनोः | शंतनु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अधि | अधि | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्रह्मर्षि | ब्रह्मर्षि | pos=n,comp=y |
सदृशः | सदृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जज्ञे | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
देवैः | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
दुरुत्सहः | दुरुत्सह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पित्रा | पितृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रसन्नेन | प्रसद् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
अकामः | अकाम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मरिष्यसि | मृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |