Original

किं चान्यन्मयि दुर्वृत्तं येन मां परिगर्हसे ।न हि मे वृजिनं किंचिद्धार्तराष्ट्रा विदुः क्वचित् ॥ ३० ॥

Segmented

किम् च अन्यत् मयि दुर्वृत्तम् येन माम् परिगर्हसे न हि मे वृजिनम् किंचिद् धार्तराष्ट्रा विदुः क्वचित्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
अन्यत् अन्य pos=n,g=n,c=1,n=s
मयि मद् pos=n,g=,c=7,n=s
दुर्वृत्तम् दुर्वृत्त pos=n,g=n,c=1,n=s
येन यद् pos=n,g=n,c=3,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
परिगर्हसे परिगर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
pos=i
हि हि pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
वृजिनम् वृजिन pos=n,g=n,c=2,n=s
किंचिद् कश्चित् pos=n,g=n,c=2,n=s
धार्तराष्ट्रा धार्तराष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=p
विदुः विद् pos=v,p=3,n=p,l=lit
क्वचित् क्वचिद् pos=i