महाभारतम् — 5.47.91
Original
Segmented
हत्वा तु अहम् धार्तराष्ट्रान् स कर्णान् राज्यम् कुरूणाम् अवजेता समग्रम् यद् वः कार्यम् तत् कुरुध्वम् यथास्वम् इष्टान् दारान् आत्मजान् च उपभुङ्क्त
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हत्वा | हन् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
धार्तराष्ट्रान् | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स | स | pos=i |
कर्णान् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अवजेता | अवजि | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
समग्रम् | समग्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुरुध्वम् | कृ | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
यथास्वम् | यथास्वम् | pos=i |
इष्टान् | इष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आत्मजान् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
उपभुङ्क्त | उपभुज् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |