महाभारतम् — 5.47.54
Original
Segmented
पदाति-सङ्घान् रथ-सङ्घान् समन्ताद् व्यात्त-आननः काल इव आतन्-इषुः प्रणोत्स्यामि ज्वलितैः बाण-वर्षैः शत्रून् तदा तप्स्यति मन्द-बुद्धिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पदाति | पदाति | pos=n,comp=y |
सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
व्यात्त | व्यात्त | pos=a,comp=y |
आननः | आनन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
काल | काल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
आतन् | आतन् | pos=va,comp=y,f=part |
इषुः | इषु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रणोत्स्यामि | प्रणुद् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
ज्वलितैः | ज्वल् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
वर्षैः | वर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
तप्स्यति | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
मन्द | मन्द | pos=a,comp=y |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=s |