महाभारतम् — 5.47.53
Original
Segmented
यदा द्रष्टा पततः स्यन्दनेभ्यो महा-गजेभ्यः अश्व-गतान् च योधान् शरैः हतान् पातितान् च एव रङ्गे तदा युद्धम् धार्तराष्ट्रो ऽन्वतप्स्यत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
द्रष्टा | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
पततः | पत् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
स्यन्दनेभ्यो | स्यन्दन | pos=n,g=m,c=5,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
गजेभ्यः | गज | pos=n,g=m,c=5,n=p |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
गतान् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
योधान् | योध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हतान् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
पातितान् | पातय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
रङ्गे | रङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धार्तराष्ट्रो | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽन्वतप्स्यत् | अनुतप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrn |