महाभारतम् — 5.47.33
Original
Segmented
यदा विराटः पर-वीर-घाती मर्म-अन्तरे शत्रु-चमूम् प्रवेष्टा मत्स्यैः सार्धम् अनृशंस-रूपैः तदा युद्धम् धार्तराष्ट्रो ऽन्वतप्स्यत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
विराटः | विराट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
वीर | वीर | pos=n,comp=y |
घाती | घातिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मर्म | मर्मन् | pos=n,comp=y |
अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
चमूम् | चमू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रवेष्टा | प्रविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
मत्स्यैः | मत्स्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
अनृशंस | अनृशंस | pos=a,comp=y |
रूपैः | रूप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धार्तराष्ट्रो | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽन्वतप्स्यत् | अनुतप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrn |