महाभारतम् — 5.44.24
Original
Segmented
अनामयम् तत् महत् उद्यतम् यशो वाचो विकारान् कवयो वदन्ति तस्मिन् जगत् सर्वम् इदम् प्रतिष्ठितम् ये तद् विदुः अमृताः ते भवन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनामयम् | अनामय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
उद्यतम् | उद्यम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यशो | यशस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वाचो | वाच् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
विकारान् | विकार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कवयो | कवि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वदन्ति | वद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रतिष्ठितम् | प्रतिष्ठा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अमृताः | अमृत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |