Original

सनत्सुजात उवाच ।नाभाति शुक्लमिव लोहितमिव अथो कृष्णमायसमर्कवर्णम् ।न पृथिव्यां तिष्ठति नान्तरिक्षे नैतत्समुद्रे सलिलं बिभर्ति ॥ १९ ॥

Segmented

सनत्सुजात उवाच न आभाति शुक्लम् इव लोहितम् इव अथो कृष्णम् आयसम् अर्क-वर्णम् न पृथिव्याम् तिष्ठति न अन्तरिक्षे न एतत् समुद्रे सलिलम् बिभर्ति

Analysis

Word Lemma Parse
सनत्सुजात सनत्सुजात pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
आभाति आभा pos=v,p=3,n=s,l=lat
शुक्लम् शुक्ल pos=a,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
लोहितम् लोहित pos=a,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
अथो अथो pos=i
कृष्णम् कृष्ण pos=a,g=n,c=1,n=s
आयसम् आयस pos=n,g=n,c=1,n=s
अर्क अर्क pos=n,comp=y
वर्णम् वर्ण pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
पृथिव्याम् पृथिवी pos=n,g=f,c=7,n=s
तिष्ठति स्था pos=v,p=3,n=s,l=lat
pos=i
अन्तरिक्षे अन्तरिक्ष pos=n,g=n,c=7,n=s
pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
समुद्रे समुद्र pos=n,g=m,c=7,n=s
सलिलम् सलिल pos=n,g=n,c=2,n=s
बिभर्ति भृ pos=v,p=3,n=s,l=lat