Original

धृतराष्ट्र उवाच ।आभाति शुक्लमिव लोहितमिव अथो कृष्णमथाञ्जनं काद्रवं वा ।तद्ब्राह्मणः पश्यति योऽत्र विद्वान्कथंरूपं तदमृतमक्षरं पदम् ॥ १८ ॥

Segmented

धृतराष्ट्र उवाच आभाति शुक्लम् इव लोहितम् इव अथो कृष्णम् अथ अञ्जनम् काद्रवम् वा तद् ब्राह्मणः पश्यति यो ऽत्र विद्वान् कथंरूपम् तद् अमृतम् अक्षरम् पदम्

Analysis

Word Lemma Parse
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
आभाति आभा pos=v,p=3,n=s,l=lat
शुक्लम् शुक्ल pos=a,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
लोहितम् लोहित pos=a,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
अथो अथो pos=i
कृष्णम् कृष्ण pos=a,g=n,c=1,n=s
अथ अथ pos=i
अञ्जनम् अञ्जन pos=n,g=n,c=1,n=s
काद्रवम् काद्रव pos=a,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्राह्मणः ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
पश्यति दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽत्र अत्र pos=i
विद्वान् विद्वस् pos=a,g=m,c=1,n=s
कथंरूपम् कथंरूप pos=a,g=n,c=1,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अमृतम् अमृत pos=a,g=n,c=1,n=s
अक्षरम् अक्षर pos=a,g=n,c=1,n=s
पदम् पद pos=n,g=n,c=1,n=s