Original

धृतराष्ट्र उवाच ।सनत्सुजात यदिमां परार्थां ब्राह्मीं वाचं प्रवदसि विश्वरूपाम् ।परां हि कामेषु सुदुर्लभां कथां तद्ब्रूहि मे वाक्यमेतत्कुमार ॥ १ ॥

Segmented

धृतराष्ट्र उवाच सनत्सुजात यद् इमाम् पर-अर्थाम् ब्राह्मीम् वाचम् प्रवदसि विश्व-रूपाम् पराम् हि कामेषु सु दुर्लभाम् कथाम् तद् ब्रूहि मे वाक्यम् एतत् कुमार

Analysis

Word Lemma Parse
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सनत्सुजात सनत्सुजात pos=n,g=m,c=8,n=s
यद् यत् pos=i
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
पर पर pos=n,comp=y
अर्थाम् अर्थ pos=n,g=f,c=2,n=s
ब्राह्मीम् ब्राह्म pos=a,g=f,c=2,n=s
वाचम् वाच् pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रवदसि प्रवद् pos=v,p=2,n=s,l=lat
विश्व विश्व pos=n,comp=y
रूपाम् रूप pos=n,g=f,c=2,n=s
पराम् पर pos=n,g=f,c=2,n=s
हि हि pos=i
कामेषु काम pos=n,g=m,c=7,n=p
सु सु pos=i
दुर्लभाम् दुर्लभ pos=a,g=f,c=2,n=s
कथाम् कथा pos=n,g=f,c=2,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
कुमार कुमार pos=n,g=m,c=8,n=s