Original

उभे सत्ये क्षत्रियाद्यप्रवृत्ते मोहो मृत्युः संमतो यः कवीनाम् ।प्रमादं वै मृत्युमहं ब्रवीमि सदाप्रमादममृतत्वं ब्रवीमि ॥ ४ ॥

Segmented

उभे सत्ये क्षत्रिय-आद्य-प्रवृत्ते मोहो मृत्युः संमतो यः कवीनाम् प्रमादम् वै मृत्युम् अहम् ब्रवीमि सदा प्रमादम् अमृत-त्वम् ब्रवीमि

Analysis

Word Lemma Parse
उभे उभ् pos=n,g=n,c=1,n=d
सत्ये सत्य pos=n,g=n,c=1,n=d
क्षत्रिय क्षत्रिय pos=n,comp=y
आद्य आद्य pos=a,comp=y
प्रवृत्ते प्रवृत् pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part
मोहो मोह pos=n,g=m,c=1,n=s
मृत्युः मृत्यु pos=n,g=m,c=1,n=s
संमतो सम्मन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
यः यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कवीनाम् कवि pos=n,g=m,c=6,n=p
प्रमादम् प्रमाद pos=n,g=m,c=2,n=s
वै वै pos=i
मृत्युम् मृत्यु pos=n,g=m,c=2,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
ब्रवीमि ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lat
सदा सदा pos=i
प्रमादम् प्रमाद pos=n,g=m,c=2,n=s
अमृत अमृत pos=a,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीमि ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lat