महाभारतम् — 5.42.15
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच ये ऽस्मिन् धर्मान् न आचरन्ति इह केचित् तथा धर्मान् केचिद् इह आचरन्ति धर्मः पापेन प्रतिहन्यते स्म उत अहो धर्मः प्रतिहन्ति पापम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धर्मान् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
आचरन्ति | आचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इह | इह | pos=i |
केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
धर्मान् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=p |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इह | इह | pos=i |
आचरन्ति | आचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पापेन | पाप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
प्रतिहन्यते | प्रतिहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्म | अस् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
उत | उत | pos=i |
अहो | अहो | pos=i |
धर्मः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतिहन्ति | प्रतिहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |