महाभारतम् — 5.40.17
Original
Segmented
अस्माल् लोकाद् ऊर्ध्वम् अमुष्य च अधस् महत् तमः तिष्ठति हि अन्धकारम् तद् वै महा-मोहनम् इन्द्रियाणाम् बुध्यस्व मा त्वाम् प्रलभेत राजन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अस्माल् | इदम् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
लोकाद् | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
अमुष्य | अदस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अधस् | अधस् | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तमः | तमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
अन्धकारम् | अन्धकार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
मोहनम् | मोहन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इन्द्रियाणाम् | इन्द्रिय | pos=n,g=n,c=6,n=p |
बुध्यस्व | बुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मा | मा | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्रलभेत | प्रलभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |