महाभारतम् — 5.38.6
Original
Segmented
अरोषणो यः सम-लोष्ट-काञ्चनः प्रहीण-शोकः गत-संधि-विग्रहः निन्दा-प्रशंसा-उपरतः प्रिय-अप्रिये चरन्न् उदासीन-वत् एष भिक्षुकः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अरोषणो | अरोषण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सम | सम | pos=n,comp=y |
लोष्ट | लोष्ट | pos=n,comp=y |
काञ्चनः | काञ्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रहीण | प्रहा | pos=va,comp=y,f=part |
शोकः | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
संधि | संधि | pos=n,comp=y |
विग्रहः | विग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निन्दा | निन्दा | pos=n,comp=y |
प्रशंसा | प्रशंसा | pos=n,comp=y |
उपरतः | उपरम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
अप्रिये | अप्रिय | pos=a,g=n,c=7,n=s |
चरन्न् | चर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
उदासीन | उदासीन | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भिक्षुकः | भिक्षुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |