महाभारतम् — 5.37.57
Original
Segmented
स एव खलु दारुभ्यो यदा निर्मथ्य दीप्यते तदा तत् च वनम् च अन्यत् निर्दहति आशु तेजसा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
खलु | खलु | pos=i |
दारुभ्यो | दारु | pos=n,g=n,c=5,n=p |
यदा | यदा | pos=i |
निर्मथ्य | निर्मथ् | pos=vi |
दीप्यते | दीप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तदा | तदा | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निर्दहति | निर्दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आशु | आशु | pos=i |
तेजसा | तेजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |