महाभारतम् — 5.37.24
Original
Segmented
वाक्यम् तु यो न आद्रियते ऽनुशिष्टः प्रत्याह यः च अपि नियुज्यमानः प्रज्ञा-अभिमानी प्रतिकूल-वादी त्याज्यः स तादृक् त्वरया एव भृत्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
आद्रियते | आदृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽनुशिष्टः | अनुशास् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रत्याह | प्रत्यह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
नियुज्यमानः | नियुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
अभिमानी | अभिमानिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रतिकूल | प्रतिकूल | pos=a,comp=y |
वादी | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्याज्यः | त्यज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तादृक् | तादृश् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वरया | त्वरा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
भृत्यः | भृत्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |