Original

मर्माण्यस्थीनि हृदयं तथासून्घोरा वाचो निर्दहन्तीह पुंसाम् ।तस्माद्वाचं रुशतीं रूक्षरूपां धर्मारामो नित्यशो वर्जयीत ॥ ७ ॥

Segmented

मर्माणि अस्थीनि हृदयम् तथा असून् घोरा वाचो निर्दहन्ति इह पुंसाम् तस्माद् वाचम् रुशतीम् रूक्ष-रूपाम् धर्म-आरामः नित्यशो

Analysis

Word Lemma Parse
मर्माणि मर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=p
अस्थीनि अस्थि pos=n,g=n,c=2,n=p
हृदयम् हृदय pos=n,g=n,c=2,n=s
तथा तथा pos=i
असून् असु pos=n,g=m,c=2,n=p
घोरा घोर pos=a,g=f,c=1,n=p
वाचो वाच् pos=n,g=f,c=1,n=p
निर्दहन्ति निर्दह् pos=v,p=3,n=p,l=lat
इह इह pos=i
पुंसाम् पुंस् pos=n,g=m,c=6,n=p
तस्माद् तस्मात् pos=i
वाचम् वाच् pos=n,g=f,c=2,n=s
रुशतीम् रुशत् pos=a,g=f,c=2,n=s
रूक्ष रूक्ष pos=a,comp=y
रूपाम् रूप pos=n,g=f,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आरामः आराम pos=n,g=m,c=1,n=s
नित्यशो नित्यशस् pos=i