Original

संभाव्यं गोषु संपन्नं संभाव्यं ब्राह्मणे तपः ।संभाव्यं स्त्रीषु चापल्यं संभाव्यं ज्ञातितो भयम् ॥ ५६ ॥

Segmented

संभाव्यम् गोषु सम्पन्नम् संभाव्यम् ब्राह्मणे तपः संभाव्यम् स्त्रीषु चापल्यम् संभाव्यम् ज्ञातितो भयम्

Analysis

Word Lemma Parse
संभाव्यम् सम्भावय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
गोषु गो pos=n,g=,c=7,n=p
सम्पन्नम् सम्पद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
संभाव्यम् सम्भावय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
ब्राह्मणे ब्राह्मण pos=n,g=m,c=7,n=s
तपः तपस् pos=n,g=n,c=1,n=s
संभाव्यम् सम्भावय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
स्त्रीषु स्त्री pos=n,g=f,c=7,n=p
चापल्यम् चापल्य pos=n,g=n,c=1,n=s
संभाव्यम् सम्भावय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
ज्ञातितो ज्ञाति pos=n,g=m,c=5,n=s
भयम् भय pos=n,g=n,c=1,n=s