महाभारतम् — 5.36.49
Original
Segmented
विदुर उवाच न अन्यत्र विद्या-तपसोः न अन्यत्र इन्द्रिय-निग्रहात् न अन्यत्र लोभ-संत्यागात् शान्तिम् पश्यामि ते ऽनघ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
विद्या | विद्या | pos=n,comp=y |
तपसोः | तपस् | pos=n,g=n,c=6,n=d |
न | न | pos=i |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
निग्रहात् | निग्रह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
संत्यागात् | संत्याग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |