महाभारतम् — 5.35.53
Original
Segmented
पुण्यम् प्रज्ञाम् वर्धयति क्रियमाणम् पुनः पुनः वृद्ध-प्रज्ञः पुण्यम् एव नित्यम् आरभते नरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुण्यम् | पुण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रज्ञाम् | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वर्धयति | वर्धय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
क्रियमाणम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
वृद्ध | वृध् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रज्ञः | प्रज्ञा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुण्यम् | पुण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
आरभते | आरभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |