महाभारतम् — 5.35.44
Original
Segmented
श्रीः मङ्गलात् प्रभवति प्रागल्भ्यात् सम्प्रवर्धते दाक्ष्यात् तु कुरुते मूलम् संयमात् प्रतितिष्ठति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मङ्गलात् | मङ्गल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
प्रभवति | प्रभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रागल्भ्यात् | प्रागल्भ्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सम्प्रवर्धते | सम्प्रवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दाक्ष्यात् | दाक्ष्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
तु | तु | pos=i |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संयमात् | संयम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रतितिष्ठति | प्रतिष्ठा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |