महाभारतम् — 5.35.42
Original
Segmented
तृण-उल्कया ज्ञायते जातरूपम् युगे भद्रो व्यवहारेण साधुः शूरो भयेषु अर्थ-कृच्छ्रेषु धीरः कृच्छ्रासु आपत्सु सुहृदः च अरयः च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तृण | तृण | pos=n,comp=y |
उल्कया | उल्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
ज्ञायते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
जातरूपम् | जातरूप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
युगे | युग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
भद्रो | भद्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
व्यवहारेण | व्यवहार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
साधुः | साधु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भयेषु | भय | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
कृच्छ्रेषु | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
धीरः | धीर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कृच्छ्रासु | कृच्छ्र | pos=a,g=f,c=7,n=p |
आपत्सु | आपद् | pos=n,g=f,c=7,n=p |
सुहृदः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अरयः | अरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |